दिल्ली में एक सुरंग मिला है जो सुरंग विधान सभा को लाल किले से जोड़ती है , इस सुरंग को स्वतंत्रता सेनानियों की आवाजाही के समय अंग्रेजों द्वारा लोगों के गुस्से से बचने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता था ।
स्पीकर राम निवास गोयल ने आगे बताते हुए कहा कि जिस भवन में अभी दिल्ली विधान सभा है, उसका 1912 में राजधानी को कोलकाता से दिल्ली स्थानांतरित करने के बाद केंद्रीय विधान सभा के रूप में इस्तेमाल किया गया था. उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि वे सभी यहां फांसी के कमरे की मौजूदगी के बारे में जानते थे, लेकिन इसे कभी नहीं खोला, अब आजादी का 75 वां साल था और उन्होंने उस कमरे का निरीक्षण करने का फैसला किया, वे उस कमरे को स्वतंत्रता सेनानियों के मंदिर में बदलना चाहते हैं, ताकि उन्हें श्रद्धांजलि दी जा सके.
उन्होंने कहा कि देश की आजादी से जुड़े दिल्ली विधानसभा के इतिहास को देखते हुए उनका इरादा अगले स्वतंत्रता दिवस तक पर्यटकों के के लिए फांसी का कमरा खोलने का है और इसके लिए काम शुरू हो चुका है.
राम निवास गोयल कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के संदर्भ में इस जगह का बहुत समृद्ध इतिहास है, वे इसे इस तरह से पुनर्निर्मित करने का इरादा रखते हैं कि पर्यटक और आगंतुक हमारे इतिहास का प्रतिबिंब प्राप्त कर सकें । ऐसे ही खबरों के लिए हमारे साथ बने रहें ।