UP Election Update : वहां बीजेपी ने जीती 67% सीटें
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा और भाजपा के बीच 305 सीटों पर सीधी लड़ाई देखी गई। इन 305 सीटों पर बीजेपी ने 206 और सपा ने 99 सीटों पर जीत हासिल की। 2017 के विधानसभा चुनाव में दोनों दलों के बीच 191 सीटों पर सीधी लड़ाई थी, जिसमें बीजेपी ने 156 और सपा ने 35 सीट पर जीत हासिल की थी। 305 सीटों में से भाजपा ने 28,103 वोटों के औसत जीत अंतर से 206 सीटें जीतीं जबकि सपा ने 17,820 वोटों के औसत जीत के अंतर से 99 सीटों पर विजय प्राप्त की।
भाजपा ने जिन अन्य 49 सीटों पर जीत हासिल की, उसमें 27 सीटें सपा गठबंधन के खिलाफ थी। 19 सीट पर भाजपा ने राष्ट्रीय लोकदल से सीधे मुकाबले में जीत हासिल की। जबकि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के खिलाफ 6 और अपना दल कमेरावादी के खिलाफ सीधी लड़ाई में बीजेपी ने 2 सीटों पर जीत हासिल की। जबकि सपा ने जिन अन्य 12 सीटों पर जीत हासिल की, उनमें 9 सीटों पर सपा के खिलाफ बीजेपी के सहयोगी दलों के उम्मीदवार थे। 5 सीटों पर सपा ने अपना दल सोनेलाल के उम्मीदवारों के खिलाफ जीत हासिल की, जबकि 4 सीटों पर निषाद पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ जीत हासिल की।
सिर्फ सपा के खिलाफ ही नहीं बल्कि सभी सीटों पर भाजपा की औसत जीत के अंतर में 2017 के मुकाबले मामूली गिरावट देखी गई। 2017 में जब बीजेपी ने रिकॉर्ड 312 सीटों पर जीत हासिल की थी , तब पार्टी को 32,918 वोटों के औसत अंतर से जीत हासिल हुई थी। जबकि 2022 में बीजेपी ने 31,718 वोटों के औसत अंतर से जीत हासिल की।
सपा के खिलाफ भाजपा की जीत का अंतर 2017 चुनाव के मुकाबले केवल मामूली रूप से गिरा। 2017 में जब दोनों दलों के बीच सीधी लड़ाई थी तब भाजपा ने औसतन 29,014 मतों के अंतर से 156 सीटें जीती थी। जबकि सपा ने औसतन 14,803 मतों के अंतर से 35 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
सपा और रालोद ने अपने औसत जीत के अंतर को बढ़ाया। 2022 में सपा के लिए यह संख्या 17,426 थी, जबकि 2017 में औसत जीत का अंतर 14,963 था। वहीं 2022 में रालोद की औसत जीत का अंतर 15,658 वोट है जो 2017 के 3,842 वोटों की तुलना में बहुत अधिक है।
बसपा और कांग्रेस जिनके वोट शेयरों में गिरावट देखी गई, आश्चर्यजनक रूप से उनकी औसत जीत के अंतर में उतनी गिरावट नहीं देखी गई। बसपा की औसत जीत का अंतर 9164 से गिरकर 6583 वोट तक पहुंच गया। जबकि कांग्रेस की औसत जीत का अंतर 25,038 वोट से गिरकर 7,994 वोट पर पहुंच गया। 2017 में कांग्रेस ने सपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था।
सबसे ज्यादा जीत का अंतर 2,14,835 वोटों का है, जो साहिबाबाद में दर्ज किया गया। यहां भाजपा के सुनील कुमार शर्मा ने सपा के अमरपाल शर्मा को हराया। जबकि सबसे कम जीत का अंतर धामपुर में रहा ,जहां भाजपा के अशोक कुमार राणा ने सपा के नईम उल हसन को केवल 203 मतों से हराया। 15 सीटों पर 1 हजार से कम वोटों के अंतर से फैसला हुआ, जबकि 11 सीटों पर एक लाख से अधिक के अंतर से फैसला हुआ।2017 के विधानसभा चुनावों में 5 हजार से कम मतों के अंतर वाली 47 सीटों में से भाजपा ने 23, सपा ने 13, बसपा ने 8 और कांग्रेस, रालोद और अपना दल (सोनीलाल) ने 1-1 सीटें जीती थी। वहीं इस बार सपा ने इन 47 सीटों में से 24 पर जीत हासिल करते हुए भाजपा से बेहतर प्रदर्शन किया है। बीजेपी ने 20, रालोद ने 2 और कांग्रेस ने 1 सीट जीती है।