Heart Attack First Aid: हार्ट अटैक आए तो फौरन करें ये 5 काम
Heart Attack Symptoms and Prevention:-हार्ट अटैक के लक्षणों की बात करें तो मरीज को बैचेनी होती है, सीने में हल्का या तेज दर्द हो सकता है।
हेल्दी लाइफ के लिए दिल का हेल्दी रहना बेहद जरूरी है। दिल की अच्छी सेहत के लिए अच्छी डाइट भी अनिवार्य है। हाई-कोलेस्ट्रॉल, अनसैचुरेटेड फूड जैसी चीजें हमारे दिल को बीमार बना देती हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो तकरीबन हर उम्र के लोग दिल से जुड़ी समस्याओं (Deart Disease) की चपेट में हैं।
भारत में दिल के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक खराब लाइफस्टाइल, तनाव और खराब डाइट भी इसके लिए काफी हद तक जिम्मेदार है।
विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर आप पहले से ही शुगर, बीपी जैसी बीमारियों की चपेट में हैं तो आपको हृदय से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा अधिक है। 30 साल की उम्र के बाद हृदय को लेकर और सजग हो जाना चाहिए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, हृदय रोगों के कारण अब दुनिया में पहले से कहीं अधिक लोगों की मौत हो रही है। हार्ट अटैक ऐसी परेशानी है जिसके लक्षणों की तुरंत पहचान कर ली जाए तो मरीज की जान बचाई जा सकती है। आइए जानते हैं कि हार्ट अटैक का कारण क्या है, और अगर किसी को हार्ट अटैक आ जाए तो हमें तुरंत क्या काम करना चाहिए।
हार्ट फेलियर होने का कारण: हार्ट फ़ेलियर एक ऐसी स्थिति है जिसमें दिल, शरीर की ज़रूरत के हिस्साब से खून पम्प नहीं कर पाता, जिसकी वजह से शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। कई बार ये मौत का कारण भी बन जाता है।
हार्ट अटैक के लक्षण: हार्ट अटैक के लक्षणों की बात करें तो मरीज को बैचेनी होती है, सीने में हल्का या तेज दर्द हो सकता है। सीने में बेचैनी, सांस लेने में कठिनाई और बेहद थकान महसूस हो सकती है।
हार्ट अटैक आ जाए तो क्या करें? विशेषज्ञों के मुताबिक हार्ट अटैक आए तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करें। हार्ट अटैक एक इमरजेंसी मेडिकल कंडीशन है जिसमें मरीज को तुरंत अस्पताल ले जाने की जरूरत पड़ती है। इस स्थिति में अगर समय पर मरीज को मेडिकल हेल्प न मिले तो मौत का खतरा बढ़ सकता है। तुरंत मेडिकल हेल्प मिलने से हार्ट को डैमेज होने से बचाया जा सकता है जिससे मरीज की जान बचाई जा सकती है। साथ ही फौरन ये कदम भी उठाएं..
1. अगर आपको लगता है कि किसी को दिल का दौरा पड़ रहा है तो सबसे पहले मरीज को आराम से बैठने और शांत रहने की सलाह दें।
2. अगर मरीज के कपड़े तंग हैं तो उन्हें ढीला करें।
3. मरीज से पूछें कि वो कोई सीने में दर्द या हार्ट की दवाई लेते रहे हैं। अगर मरीज हृदय रोग की कोई दवाई खाता है तो उसे खिलाने में मदद करें।
4. अगर मरीज के आराम करने से या फिर दवाई लेने से कुछ मिनट के अंदर दर्द दूर नहीं होता तो फौरन आपातकालीन चिकित्सा सहायता के लिए कॉल करें।
5. कुछ एक्सपर्ट हार्ट अटैक के दौरान एस्पिरिन लेने की सलाह देते हैं। हालांकि कुछ लोगों को इस दवा से एलर्जी होती है वो इसका सेवन नहीं करें। अपने डॉक्टर से इस बारे में बात जरूर कर लें।