यूपीए के नेतृत्व के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि मैंने कई बार कहा है कि मुझे यह जिम्मेदारी लेने में कोई दिलचस्पी नहीं है। मैंने संजय राउत की संपत्तियों को कुर्क करने के मामले को प्रधानमंत्री के सामने रखा। अगर कोई केंद्रीय एजेंसी इस तरह का कदम उठाती है तो उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में अगले विधानसभा चुनाव के बाद महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ही सत्ता में वापस आएगी। उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता में बैठे लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि वे किसी को उपेक्षित या दरकिनार महसूस न कराएं। जब हम बैठकर बात करते हैं तो ऐसा कोई मामला नहीं उठाया जाता है।
यूपीए के नेतृत्व के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैंने कई बार कहा है कि मुझे यह जिम्मेदारी लेने में कोई दिलचस्पी नहीं है। मैंने संजय राउत की संपत्तियों को कुर्क करने के मामले को प्रधानमंत्री के सामने रखा। अगर कोई केंद्रीय एजेंसी इस तरह का कदम उठाती है तो उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। उनके खिलाफ यह कार्रवाई हुई क्योंकि वह सरकार के खिलाफ बोलते हैं?
20 मिनट तक चली पीएम से मुलाकात
इससे पहले शरद पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी और राकांपा प्रमुख पवार के बीच यह मुलाकात करीब 20 मिनट चली। वहीं, महाराष्ट्र विधानसभा के पहली बार निर्वाचित विधायकों को लोकसभा सचिवालय द्वारा आयोजित एक प्रशिक्षण में शामिल होने दिल्ली बुलाया गया था। इस मौके पर शरद पवार ने इन्हें मंगलवार रात डिनर पर आमंत्रित किया था। यह प्रशिक्षण 5 व 6 अप्रैल को रखा गया था।
कांग्रेस के असंतुष्टों पर भाजपा की नजर
उधर, भाजपा की नजर कांग्रेस के असंतुष्टों पर है। बीते दिनों 25 कांग्रेस विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर गठबंधन सरकार में शामिल पार्टी के मंत्रियों द्वारा उनकी उपेक्षा का आरोप लगाया है। यदि उनकी नाराजगी और बढ़ती है और वे बगावत पर उतरते हैं तो भाजपा उन्हें अपने पाले में लेने में देर नहीं करेगी।
इससे पहले शरद पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी और राकांपा प्रमुख पवार के बीच यह मुलाकात करीब 20 मिनट चली। वहीं, महाराष्ट्र विधानसभा के पहली बार निर्वाचित विधायकों को लोकसभा सचिवालय द्वारा आयोजित एक प्रशिक्षण में शामिल होने दिल्ली बुलाया गया था। इस मौके पर शरद पवार ने इन्हें मंगलवार रात डिनर पर आमंत्रित किया था। यह प्रशिक्षण 5 व 6 अप्रैल को रखा गया था।
कांग्रेस के असंतुष्टों पर भाजपा की नजर
उधर, भाजपा की नजर कांग्रेस के असंतुष्टों पर है। बीते दिनों 25 कांग्रेस विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर गठबंधन सरकार में शामिल पार्टी के मंत्रियों द्वारा उनकी उपेक्षा का आरोप लगाया है। यदि उनकी नाराजगी और बढ़ती है और वे बगावत पर उतरते हैं तो भाजपा उन्हें अपने पाले में लेने में देर नहीं करेगी।