World Health Day 2022: संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखना बेहद जरुरी
संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह की सेहत को लेकर सजग रहना आवश्यक है। कोरोना महामारी के दौर में बनी प्रतिकूल परिस्थितयां इस बात को और भी बल देती हैं। वैश्विक स्तर पर हुए कई अध्ययन इस बात की पुष्टि करते है कि महामारी का लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव हुआ है।
यही कारण है कि पिछले दो साल में चिंता-अवसाद और तनाव से संबंधित विकार से पीड़ित लोगों की संख्या में तेज उछाल देखने को मिला है। शोधकर्ताओं का कहना है कि मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखना आपकी प्राथमिकताओं में से अवश्य होना चाहिए।
विश्व स्वास्थ्य दिवस 2022 के अवसर पर वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ सत्यकांत त्रिवेदी बताते हैं, बिना स्वस्थ मन के, स्वस्थ शरीर की कल्पना करना बेमानी होगी। पिछले एक साल में बढ़े मनोरोगियों की संख्या भविष्य के लिए अलार्मिंग है।
हमारी जीवनशैली, आहार और भावनात्मक परिवेश कई तरह से इन समस्याओं को बढ़ा रहे हैं, जिसको लेकर सभी लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। आइए जानते है कि किन बातों को ध्यान में रखकर इस बड़ी चुनौती से मुकाबला किया जा सकता है?
मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं गंभीर चुनौती
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट के मुताबिक अधिकांश निम्न और मध्यम आय वाले देशों में मानसिक स्वास्थ्य सेवा वितरण में प्रगति काफी धीमी रही है। यह सामाजिक विकास में बड़ा बाधक बन सकती है।
डब्ल्यूएचओ के पहले महानिदेशक डॉ. ब्रॉक चिशोल्म ने कहा था, " बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के बिना, शारीरिक स्वास्थ्य ठीक रह ही नहीं सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक इस बारे में लोगों को जागरूकता करने की आवश्यकता है। मेंटल हेल्थ को लेकर फैले स्टिग्मा और अज्ञानता के साथ गलत जानकारियां बड़ी चुनौती हैं।
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